डायबिटीज के मरीज आंखों में दिख रहे ये लक्षण न करें इग्नोर! जानें कैसे रखा जाए ख्याल
डायबिटीज की बीमारी आपकी आंखों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है. इसके लिए अपनी आंखों की स्पेशल केयर रखना जरुरी है.
जब आपको टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज होती है, तो इसके कारण आंखों की समस्या होने चांस बढ़ जाते हैं. हाई ब्लड शुगर समय के साथ आपकी आंखों में स्मॅाल ब्लड वैसल को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे डायबिटिक रेटिनोपैथी नामक आई डिसीज हो सकती है. हाई ब्लड शुगर से मोतियाबिंद और ग्लूकोमा भी हो सकता है. इसलिए अपनी डायबिटीज का ध्यान रखना जरुरी है. इसके साथ ही अपनी आंखों का एनुअल आई टेस्ट कराना भी जरुरी है. अगर आपको कई सालों तक हाई ब्लड शुगर रहती है तो आपको प्रोलिफेरेटिव डायबिटिक रेटिनोपैथी नामक एक सीवियर बीमारी हो सकती है. इसे "प्रोलिफेरेटिव" इसलिए कहा जाता है क्योंकि रेटिना की सतह पर न्यू ब्लड वैसेल बढ़ने लगती हैं. ये वैसेल नाजुक होती हैं और ब्लड या फ्लूड का रिसाव कर सकती हैं. इसकी वजह से रेटिना में स्कार और विजन लॅास भी हो सकता है. अगर आपको डायबिटीज है, तो आपको साल में कम से कम एक बार आई डॅाक्टर से मिलना चाहिए. अपनी आंखों की केयर करने के लिए कुछ टिप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं.
अपने ब्लड शुगर को मैनेज करें
अपनी आंखों के लिए आप जो सबसे अच्छा काम कर सकते हैं, वो है अपनी ब्लड शुगर को लगभग सामान्य लेवल पर रखना. स्टेबल ब्लड शुगर आपकी आंखों में टाइनी ब्लड वैसल को होने वाले नुकसान को धीमा करता है. ये डायबिटीज से जुड़ी आंखों की समस्याओं की शुरुआत को रोकने में मदद करता है. साल में दो से चार बार, A1c ब्लड टेस्ट कराएं, जो पिछले 2 से 3 महीनों के लिए आपके ग्लूकोज के लेवल को मापता है.
अपना ब्लड प्रेशर मैनेज करें
डायबिटीज के कारण होने वाली आंखों की बीमारी को रोकने के लिए अपने ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करें. अपने डॉक्टर से अपने ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं. अगर कम नमक वाले खाने, हेल्दी वेट और एक्सरसाइज से ब्लड प्रेशर कंट्रेल रखने में हेल्प नहीं मिलती है. तो आपको इसे सही लेवल पर लाने के लिए दवाओं का सहारा लेना होगा.
ईयरली डाएलेटेड आई टेस्ट
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आंखों की टाइनी ब्लड वैसेल को नुकसान के शुरुआती सिम्पटम को देखने के लिए डॅाक्टर एक स्पेशल आई ड्रॅाप की मदद से प्यूपिल को वाइड करेगा. हर साल आंखों की पूरी जांच करवाएं, ताकि आपके डॅाक्टर को प्रॅाब्लम का जल्द पता लगा सकें और उनका इलाज कर सकें.
वॅार्निंग साइन पहचाने
जितनी जल्दी आप आंख की प्रॅाब्लम का पता लगाते हैं उतने ही ज्यादा चांस ट्रीटमेंट में मदद मिलने के होते हैं. अगर आपको ब्लरी, क्लाउडी या डबल विजन है तो डॅाक्टर के पास जाना चाहिए. इसके साथ ही अगर आपको रोशनी के चारों ओर चमकती रोशनी या रिंग्स, ब्लेंक, डार्क या फ्लोटिंग स्पोट दिख रहे हैं तो तुरंत आई डॅाक्टर के पास जाना जरुरी है. आपकी आंखों में पेन, प्रेशर या लगातार लाली, सीधी लाइन को देखने में परेशानी हो रही है तो अपने डॅाक्टर के पास इसका चेकअप कराएं.
स्मोकिंग छोड़ दें
स्मोकिंग के कारण आपके ब्लड वैसेल को नुकसान पहुंचता है. जिससे आपकी आंखों की प्रॅाब्लम और ज्यादा बढ़ती है. ऐसे में अगर आपको पहले से ही डायबिटीज है तो आपकी आंखों की परेशानी बढ़ सकती है. अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो अपने डॉक्टर की हेल्प से स्मोकिंग छोड़ने वाले प्रोग्राम में पार्टिसिपेट करें.
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04:40 PM IST